
गिर्दा की दास्तान
जन कवि, कलाकार, गायक, संगीतकार, रंगमंचकर्मी एवं आन्दोलनकारी गिरीश तिवारी उर्फ गिर्दा पर लिखी गई यह कहानी, यह गाथा, यह दास्तान पूर्णतया मौलिक नहीं है क्योंकि यह कई आवाजों का संकलन भी है। इसमें अनेक लोगों की श्रद्धांजलियों और लेखों से कथानक, शब्द और संवाद लिए गए हैं।
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